जब मेरा श्याम पिघल जाए,
हर मुश्किल हल हो जाए,
दे खुशियों की सौगात, ये सांवरा,
जब ये हाथ बढ़ाता है,
हारे को जीत दिलाता है,
देता पग पग पे साथ ये सांवरा,
जब मेंरा श्याम पिघल जाए,
हर मुश्किल हल हो जाए,
दे खुशियों की सौगात, ये सांवरा,
दे खुशियों की सौगात, ये सांवरा।।
तर्ज – जब कोई बात बिगड़ जाए।
जब अच्छे हो हालात,
रहता हर कोई साथ,
सांवरा मुश्किलों में,
ना छोड़े भगत का हाथ,
जब मेरा श्याम पिघल जाए,
किस्मत का लेख बदल जाए,
दे खुशियों की सौगात, ये सांवरा,
दे खुशियों की सौगात, ये सांवरा।।
भक्त का दिल जब रोता है,
दर्द फिर श्याम को होता है,
करता है ये कृपा,
खुशियों में डुबोता है,
जब मेंरा श्याम पिघल जाए,
डूबी नाव भी तर जाए,
दे खुशियों की सौगात, ये सांवरा,
दे खुशियों की सौगात, ये सांवरा।।
इन्हे जो अपना बनाता है,
‘टोनी’ वो मंज़िल पाता है,
‘चोखनी’ ये सांवरा,
पत्थर पे दुब उगाता है,
जब मेंरा श्याम पिघल जाए,
बुझा दिया भी जल जाए,
दे खुशियों की सौगात, ये सांवरा,
दे खुशियों की सौगात, ये सांवरा।।
जब मेरा श्याम पिघल जाए,
हर मुश्किल हल हो जाए,
दे खुशियों की सौगात, ये सांवरा,
जब ये हाथ बढ़ाता है,
हारे को जीत दिलाता है,
देता पग पग पे साथ ये सांवरा,
जब मेंरा श्याम पिघल जाए,
हर मुश्किल हल हो जाए,
दे खुशियों की सौगात, ये सांवरा,
दे खुशियों की सौगात, ये सांवरा।।
गायक – सुखजीत सिंह टोनी।
लिरिक्स – श्री प्रमोद जी चोखानी।