जब तक रहेगी सांसे,
तेरा भजन करूँगा,
सुनले ऐ खाटू वाले,
तेरा दास मैं रहूगा,
जब तक रहेगी साँसे,
तेरा भजन करूँगा।।
जीवन की नैया खाटू,
साथी है मेरे बाबा,
नैया किनारे होती,
जिसका तू माझी बाबा,
आऊं शरण में तेरी,
इतना ही मैं करूँगा,
जब तक रहेगी साँसे,
तेरा भजन करूँगा।।
दानी दयालु बाबा,
रखते नजर सभी पे,
जिसने पुकारा इनको,
लेते खबर ये पल में,
जीवन हमारा कान्हा,
तेरे नाम ही करूँगा,
जब तक रहेगी साँसे,
तेरा भजन करूँगा।।
लाखों दीवाने तेरे,
दिल में बसे हो मोहन,
आया मैं गम का मारा,
अपना बना लो मोहन,
ऐसी दया तू कर दे,
राधे यही रहूँगा,
जब तक रहेगी साँसे,
तेरा भजन करूँगा।।
जब तक रहेगी सांसे,
तेरा भजन करूँगा,
सुनले ऐ खाटू वाले,
तेरा दास मैं रहूगा,
जब तक रहेगी साँसे,
तेरा भजन करूँगा।।
स्वर – रवि बेरीवाल जी।
प्रेषक – अशोक कुमार मिश्रा (जयपुर)