जबसे तूने श्याम मुझे अपनाया है,
जीने का अंदाज़ मुझे सिखलाया है,
खुशनुमा ज़िन्दगी को बनाया है,
जबसें तूने श्याम मुझे अपनाया है।।
गिरती थी उठती थी मैं खाकर ठोकर,
वक़्त गुज़ारा मेरी इन आँखों ने रोकर,
अब तो हर पल मेरा मुस्कुराया है,
जबसें तूने श्याम मुझे अपनाया है।।
कीमत ना थी कुछ भी मेरे जज़्बातों की,
चिंता ने ले ली थी मेरी नींदें रातों की,
जो ना सोचा कभी वो पाया हैं,
जबसें तूने श्याम मुझे अपनाया है।।
शुकर सांवरे तेरा मैं करती सुबह शाम,
तेरी कृपा से मेरे बने सारे बिगड़े काम,
तूने ‘कुंदन’ सा मुझे चमकाया है,
जबसें तूने श्याम मुझे अपनाया है।।
जबसे तूने श्याम मुझे अपनाया है,
जीने का अंदाज़ मुझे सिखलाया है,
खुशनुमा ज़िन्दगी को बनाया है,
जबसें तूने श्याम मुझे अपनाया है।।
Singer – Vandna Arora Gandhi