जाग चौगानन जाग री,
दयूँ पूगा चौँक की लाग री,
काची पाकि तेरी लापसी,
ले मीठा पानी री,
हाथ धरो मेरे सिर प मात,
चोगानन रानी री।।
दिन दयालु मात चौगानन,
सबकी झोली भरती,
एक शरबत की ढाल पे माता,
सारे संकट हरती,
चौँक मैं धाम निराला री,
चौगानी पीर रखवाला री,
ओ सुबह सुबह तेरे चौँक सींज,
यानी श्याणी री,
हाथ धरो मेरे सिर प मात,
चौगानन रानी री।।
हो तेरे चौगानन खेल निराले,
के करदे पल छीन मैं,
हो जो भी आज्या तेरे खोट मैं,
दिखावे तारे दिन मैं,
ना भेद तेरा कोई पावे री,
कई कई रूप दिखावे री,
जिस प राजी मात चौगानन,
बदले कहानी री,
हाथ धरो मेरे सिर प मात,
चौगानन रानी री।।
एक ठीकरे मैं भोग तेरा माँ,
जो श्रद्धा त लावे,
बंधन खोले माँ भगता के,
कोन्या देर लगावे,
सब लोग मुरादें पाते है,
जो थान प ज्योत जगाते है,
तेरी दया त गाम बसे,
मेरी मात मसानी री,
हाथ धरो मेरे सिर प मात,
चौगानन रानी री।।
मनोज शर्मा उरलानिया,
तेरी सेवा मैं राजी स,
पवन कटारिया कहता मैया,
तु हे बस माझी स,
तेरा मुकेश शर्मा आवे री,
तनै री लड़ाके गावे री,
खेल ज्योत प हरदम बोले,
सत की बानी री,
हाथ धरो मेरे सिर प मात,
चौगानन रानी री।।
जाग चौगानन जाग री,
दयूँ पूगा चौँक की लाग री,
काची पाकि तेरी लापसी,
ले मीठा पानी री,
हाथ धरो मेरे सिर प मात,
चोगानन रानी री।।
गायक – मुकेश शर्मा।
प्रेषक – दीपक सोनी।
9255910203