जगदम्ब अहिं अवलम्ब हमर,
हे माय अहाँ बिनु आस केकर,
हे माय अहाँ बिनु आस केकर।।
जँ माय अहाँ दुःख नै सुनबय,
त जाय कहु ककरा कहबय,
करो माफ जननि अपराध हमर,
हे माय अहाँ बिनु आस केकर।।
हम भरि जग सँ ठुकरायल छी,
माँ अहिं के शरण में आयल छी,
देखू नाव पड़ल अछि बीच भंवर,
हे माय अहाँ बिनु आस केकर।।
काली लक्ष्मी कल्याणी छी,
तारा अम्बे ब्रह्माणी छी,
अछि पुत्र प्रदीप बनल टुगर,
हे माय अहाँ बिनु आस केकर।।
जगदम्ब अहिं अवलम्ब हमर,
हे माय अहाँ बिनु आस केकर,
हे माय अहाँ बिनु आस केकर।।
Singer – Priya Mallick
Upload – Binod Sharma
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