जैसे रखोगे सांवरे,
वैसे रह लूंगी,
तू मिल जाए बस मुझको,
तू मिल जाए बस मुझको,
कुछ ना मांगूंगी,
जैसे रखोगे साँवरे,
वैसे रह लूंगी।।
तेरी हर मर्जी साँवरे,
मेरी भी होगी,
मुझको भरोसा है मेरी,
सुनवाई होगी,
हारे का है सहारा तू,
हारे का है सहारा तू,
मेरी हार ना होगी,
जैसे रखोगे साँवरे,
वैसे रह लूंगी।।
अपनों ने गैरों ने,
सबने ठुकराया है,
तेरे सिवा किसी ने नहीं,
मुझे अपनाया है,
तेरी दया की छांव में बाबा,
तेरी दया की छांव में बाबा,
मैं रह लूंगी,
जैसे रखोगे साँवरे,
वैसे रह लूंगी।।
बांह पकड़ कर छोड़ ना देना,
श्याम धनी तुम,
वरना जग मोहमाया में,
हो जाऊंगी गुम,
साथ रहो तुम बस मेरे,
साथ रहो तुम बस मेरे,
फिर सब सह लूंगी,
जैसे रखोगे साँवरे,
वैसे रह लूंगी।।
जैसे रखोगे सांवरे,
वैसे रह लूंगी,
तू मिल जाए बस मुझको,
तू मिल जाए बस मुझको,
कुछ ना मांगूंगी,
जैसे रखोगे साँवरे,
वैसे रह लूंगी।।
स्वर – तान्या भारद्वाज।
9716106298