जल केडी तम्बुडी,
पवन केडी झारी रे,
माता तो कवारी ज्योरा,
पिता ब्रम्हचारी रे,
माता तो कवारी ज्योरा,
पिता ब्रम्हचारी रे,
आँख बिना पाँख बिना,
मुखडा बिना नारी रे,
हेठे तो घडोलीयो ने,
ऊपर पिनिहारी रे हा।।
एक है बावड़ी ने,
पाँच पिनिहारी रे,
एक तो है बावड़ी,
पाँच पिनिहारी रे,
पानी तो भरे रे संतो,
न्यारी रे न्यारी रे,
पानी तो भरे रे संतो,
न्यारी रे न्यारी रे,
आँख बिना पाँख बिना,
मुखडा बिना नारी रे,
हेठे तो घडोलीयो ने,
ऊपर पिनिहारी रे हा।।
ढलगी बावड़ी ने,
सुखन लागी बाडी रे,
ढलगी बावड़ी,
सुखन लागी बाडी रे,
हाथीया मरोडती,
जावे पिनिहारी रे,
हाथीया मरोडती,
जावे पिनिहारी रे,
आँख बिना पाँख बिना,
मुखडा बिना नारी रे,
हेठे तो घडोलीयो ने,
ऊपर पिनिहारी रे हा।।
बोलिया गोरख जती,
उल्टोडी वाणी रे,
बोलीया गोरख जती,
उल्टोडी वाणी रे,
छान लिजो दूध,
छान लिजो पानी रे,
छान लिजो दूध,
छान लिजो पानी रे,
आँख बिना पाँख बिना,
मुखडा बिना नारी रे,
हेठे तो घडोलीयो ने,
ऊपर पिनिहारी रे हा।।
जल केडी तम्बुडी,
पवन केडी झारी रे,
माता तो कवारी ज्योरा,
पिता ब्रम्हचारी रे,
माता तो कवारी ज्योरा,
पिता ब्रम्हचारी रे,
आँख बिना पाँख बिना,
मुखडा बिना नारी रे,
हेठे तो घडोलीयो ने,
ऊपर पिनिहारी रे हा।।
गायक – प्रकाश माली जी।
प्रेषक – मनीष सीरवी।
(रायपुर जिला पाली राजस्थान)
9640557818