जल्दी आवजा म्हारा श्यामधणी,
थारा भक्त बुलावे रे,
जल्दी आव ज्या,
भक्त बुलावे रे थाने,
भगत बुलावे रे,
बेगो आव ज्या।।
हाथ जोड़कर करा विनती,
नीले रा असवार रे,
भोले भाले भक्ता री थे,
सुनो पुकार रे,
जल्दी आव ज्या।।
मैं तो सुनियो हो बाबा,
थे बहुत बड़ा दातार रे,
घुमाओ थारी मोर छड़ी,
सब कष्ट निवारो रे,
जल्दी आव ज्या।।
खाटू नगरी में श्याम थारो,
अजब नीरालो धाम रे,
‘सपेरा’ था सू करे विनती,
करो स्वीकार रे,
जल्दी आव ज्या।।
जल्दी आवजा म्हारा श्यामधणी,
थारा भक्त बुलावे रे,
जल्दी आव ज्या,
भक्त बुलावे रे थाने,
भगत बुलावे रे,
बेगो आव ज्या।।
गायक / प्रेषक – लक्ष्मण सपेरा।
9460811852