जन जन के प्रभु राम,
अवध आये है,
सिया लखन को,
साथ में लाए है,
सिया लखन को,
साथ में लाए है।bd।
तर्ज – गली गली ऐलान होना चाहिए।
भव्य बना प्रभु राम का मंदिर,
बैठे राम सिंहासन,
राम राज्य आया है अब तो,
चलेगा राम का शाशन,
ख़ुशी से चेहरे सबके,
मुस्काए है,
सिया लखन को,
साथ में लाए है।bd।
रंगी अयोध्या राम के रंग में,
शुभ दिन आज है आया,
जिधर भी देखो सत्य सनातन,
का भगवा लहराया,
राजा रूप में,
राम को पाए है,
सिया लखन को,
साथ में लाए है।bd।
आगे आगे चले है बजरंग,
लाल ध्वजा लहराते,
जय श्री राम का जयकारा वो,
अपनी धुन में लगाते,
इनकी जुबां पे राम ही,
बस छाए है,
सिया लखन को,
साथ में लाए है।bd।
बदल गया है पल में नज़ारा,
पुरे अयोध्या धाम का,
मस्त मगन हो झूमे ‘संजय’,
बच्चा बच्चा राम का,
लौट के ‘कुंदन’,
राम घर आए है,
सिया लखन को,
साथ में लाए है।bd।
जन जन के प्रभु राम,
अवध आये है,
सिया लखन को,
साथ में लाए है,
सिया लखन को,
साथ में लाए है।bd।
Singer – Sanjay Pareek Ji