जनम जनम का दास हूँ,
श्याम मैं तुम्हारा,
ऐ श्याम मैं तुम्हारा,
ना किस्मत का मारा हूँ,
ना दुनिया से मैं हारा,
जनम जनम का दास हूं,
श्याम मैं तुम्हारा।।
मात पिता कहकर के मैंने,
तुमसे रिश्ता जोड़ा,
तेरे माल ख़ज़ाने में,
मेरा भी हिस्सा थोड़ा,
बनके भिखारी क्यों भटकूं,
मैं दर दर मारा मारा,
जनम जनम का दास हूं,
श्याम मैं तुम्हारा।।
नैया तेरे भक्तों की,
बिन माझी के चलती है,
पावन ज्योत श्याम की,
तूफां में भी जलती है,
थाम के हाथ हमारा बाबा,
तूने सदा उबारा,
जनम जनम का दास हूं,
श्याम मैं तुम्हारा।।
श्याम नाम सुमिरन से,
चलती साँसे मेरी,
भक्त ‘ऋषि’ को ना घेरे,
कभी ग़म की रात अँधेरी,
तेरी कृपा से चमके मेरी,
किस्मत का सितारा,
जनम जनम का दास हूं,
श्याम मैं तुम्हारा।।
जनम जनम का दास हूँ,
श्याम मैं तुम्हारा,
ऐ श्याम मैं तुम्हारा,
ना किस्मत का मारा हूँ,
ना दुनिया से मैं हारा,
जनम जनम का दास हूं,
श्याम मैं तुम्हारा।।
Singer – Rishikesh Rishi