जन्मदिन श्याम का आया है,
खाटू जाके मनाके आएं,
सबका मन हर्षाया है,
खाटू जाके मनाके आएं,
जनमदिन श्याम का आया है,
खाटू जाके मनाके आएं।।
दिन कितने ही बीत गए,
कितनी बीती है रातें,
इंतजार करते करते,
थक गई है मेरी आंखें,
चलो सब टिकट कटाएं जी,
बाबा से मिल के हम आएं,
जनमदिन श्याम का आया है,
खाटू जाके मनाके आएं।।
कार्तिक ग्यारस जब है आती,
मन मेरा हर्षाये,
खाटू की मिट्टी की खुशबू,
घर तक मेरे आए,
श्याम को देखन की खातिर,
भक्तों का मन है ललचाए,
जनमदिन श्याम का आया है,
खाटू जाके मनाके आएं।।
छोटी छोटी खुशियों में भी,
बाबा हरदम आते,
बड़े चाव से आकर हमको,
कितना लाड लडाते,
हम भी श्याम के उत्सव में,
जाके धूम मचा के आएं,
जनमदिन श्याम का आया है,
खाटू जाके मनाके आएं।।
मावा मिश्री केक बनाकर,
हम लेकर के जाएं,
अपने हाथों से बाबा को,
प्यार से केक खिलाएं,
भजनों से ‘सोनू’ मिलकर,
रीझा कर बाबा को हम आएं,
जनमदिन श्याम का आया है,
खाटू जाके मनाके आएं।।
जन्मदिन श्याम का आया है,
खाटू जाके मनाके आएं,
सबका मन हर्षाया है,
खाटू जाके मनाके आएं,
जनमदिन श्याम का आया है,
खाटू जाके मनाके आएं।।
लेखन – स्मिता शर्मा सोनू।
स्वर – राधा चौधरी।