जन्मकल्याणक आया महावीर का,
त्रिशला नंदन प्यारे प्रभु वीर का,
शासन नायक तीर्थंकर महावीर का,
त्रिशला नंदन प्यारे प्रभु वीर का।।
माँ त्रिशला की कुक्षी से,
प्रभु लियो अवतार,
क्षत्रिय कुण्ड नगरी में देखो,
छाई खुशी अपार,
बाजे ढोल नगाडे और शहनाई,
सब दे रहे है प्रभु जन्म बधाई,
राजा सिद्धार्थ भी लाड़ लड़ावे वीर का,
त्रिशला नंदन प्यारे प्रभु वीर का।।
धरती अम्बर झूम रहा है,
नाचे दशो दिशाएं,
ऐसे दिव्य वातावरण में,
चली सुगन्धी हवाएं,
बरसे गगन से है आज सुमन,
जिसे देख सभी का हर्षित है मन,
हुआ स्वर्ग लोक में जन्मउत्सव महावीर का,
त्रिशला नंदन प्यारे प्रभु वीर का।।
वर्धमान को वन्दन करता,
टुकलिया परिवार,
श्रमण प्रभु महावीर की सीमा,
बोल रही जयकार,
करुणासागर है जग के बिभु,
24 वे तीर्थंकर महावीर प्रभु,
‘दिलबर’ है प्रवीण दीवाना प्रभु वीर का,
त्रिशला नंदन प्यारे प्रभु वीर का।।
जन्मकल्याणक आया महावीर का,
त्रिशला नंदन प्यारे प्रभु वीर का,
शासन नायक तीर्थंकर महावीर का,
त्रिशला नंदन प्यारे प्रभु वीर का।।
गायिका – सीमा बाबेल मुम्बई।
रचनाकार – दिलीप सिंह सिसोदिया ‘दिलबर’।
नागदा जक्शन म.प्र. 9907023365