जय अमरनाथ बाबा,
जय बाबा बर्फानी,
भूखों को अन्न मिले,
और प्यासो को पानी।।
सब शोक मिटा देते,
ये पर्वत के वासी,
उज्जैन के राजा है,
मेरे भोले अविनाशी,
एक अमर कहानी है,
जो शिव की है वाणी,
जय अमर नाथ बाबा,
जय बाबा बर्फानी।।
कुछ योग संवरते है,
कुछ पुण्य उभरते है,
तब अमर नाथ बाबा,
के दर्शन मिलते है,
कई जन्मों के तप से,
जाते है जहाँ प्राणी,
जय अमर नाथ बाबा,
जय बाबा बर्फानी।।
ना मात पिता कोई,
ना धर्म जात कोई,
मेरे भोले बाबा के,
ना कागज़ात कोई,
जो चाहे वो दे दे,
कर दे जो मेहरबानी,
जय अमर नाथ बाबा,
जय बाबा बर्फानी।।
जय अमरनाथ बाबा,
जय बाबा बर्फानी,
भूखों को अन्न मिले,
और प्यासो को पानी।।
Singer – Ashish Sharma
Lyricist – Tripuresh Pathak