जिस घर में हो बाबोसा की मूर्ति,
मंदिर आलीशान,
वो घर होता स्वर्ग समान,
वो घर होता स्वर्ग समान,
जय जय बाबोसा भगवान,
जय जय बाबोसा भगवान।।
सुनो सुना रहा हूँ,
एक प्यारी सी कहानी,
बाबोसा की प्रतिस्ठा की,
आई घड़ी सुहानी,
हुई सारी तैयारी,
मंजू बाईसा भी आयेगे,
बाबोसा के भक्त सभी,
जय जयकार लगाएंगे,
जिस घर मे थी प्रतिस्ठा,
सजा वो आँगन द्वार,
खुशियो से झूम रहा था,
सारा परिवार,
दूर दूर से आये भक्तजन,
दूर दूर से आये भक्तजन,
आये सभी मेहमान,
वो घर होता स्वर्ग समान,
जय जय बाबोसा भगवान।।
श्री मंजू बाईसा पधार रहे है,
हमेशा हमेशा सलामत रहे,
बाबोसा दुलारी है,
जन जन की हितकारी है,
ममता की ये सागर,
प्रेम की ये गागर है,
बाईसा प्यारी बाईसा,
बाईसा हमारी बाईसा,
श्री मंजू बाईसा पधार चुकी है,
हमेशा हमेशा सलामत रहे,
घर घर मे हो बाबोसा,
बोल रही है बाईसा,
बाईसा हमारी बाईसा।।
भक्तिमय था ये नजारा,
डूबे भक्ति के रस में,
झूमें ये मन का मयूरा,
नही किसी के वश में,
बाईसा के सन्मुख थी,
बाबोसा की प्रतिमा,
चालीसा चल रही थी,
सुहाना था ये समा,
मन ही मन बाईसा के,
चल रही मंत्रो की धारा,
हाथ मे सोने की शलाका,
अंजन होगा न्यारा,
मूर्ति में ये प्राण प्रतिस्ठा,
विधि ये बड़ी न्यारी,
हाथ मे दर्पण लेकर,
करती बाईसा हमारी,
आंखों में अंजन किया,
आंखों में अंजन किया,
आये मूर्ति में प्राण,
जय जय बाबोसा भगवान,
जय जय बाबोसा भगवान,
तेरी महिमा बड़ी महान।।
शान से हुई प्रतिस्ठा,
ज्योत पे बैठी बाईसा,
भजनों का दौर चला,
बोले सब जय बाबोसा,
भजनों में झूम रहा,
बूढ़ा बच्चा ओर जवान,
भक्ति की मस्ती में,
भूलके अपना सब कुछ भान,
भजनों का दौर थमा,
ओर शुरू हुआ भंडारा,
प्रसाद का आनंद ले,
बाबोसा परिवार सारा,
भंडारा पाकर के सब,
अपने घर को चले है,
आपस में हो रही बाते,
आज तो भाग्य खिले है,
जो प्रतिस्ठा कराये दिल से,
जो प्रतिस्ठा कराये दिल से,
भक्त वो पुण्यवान,
वो घर होता स्वर्ग समान,
जय जय बाबोसा भगवान।।
बाबोसा के ऐसे,
कई चमत्कार हुए है,
एक नही ये भक्तो,
ये कई कई बार हुए है,
हर घर हो बाबोसा,
कहती मंजू बाईसा,
घर घर हो बाबोसा,
कहती मंजू बाईसा,
सारी दुनिया हो सुखी,
घर घर मे फैले खुशिया,
कोई भी न हो जग में,
अन्न धन से दुखिया,
‘दिलबर’ बाबोसा की कृपा से ,
दिलबर बाबोसा की कृपा से,
रोशन हिंदुस्तान,
जय जय बाबोसा भगवान,
तेरी महिमा बड़ी महान,
जय जय बाबोसा भगवान।।
गायक – श्री हर्ष व्यास मुम्बई।
रचनाकार – दिलीप सिंह सिसोदिया ‘दिलबर’।
नागदा जक्शन म.प्र. 9907023365