जय महाकाल राजा,
भोले जय गौरी नाथा,
तीर्थ अवन्ती विराजे,
भक्तों की रखे लाजा,
ॐ जय महाकाल राजा।।
ज्योतिर्लिंग स्वरूपा,
कालों के महाकाल,
दक्षिणमुख में विराजे,
मृत्युंजय महाकाल,
ॐ जय महाकाल राजा।।
तारक लिंग आकाश में,
हाटकेश्वरम पाताल,
भूलोक में विराजे,
बाबा श्री महाकाल,
ॐ जय महाकाल राजा।।
भस्म आरती बाबा,
जग में है न्यारी,
त्रिगुणाकार छवि बाबा,
भक्तों को लगे प्यारी,
ॐ जय महाकाल राजा।।
मंत्र तेरा पंचाक्षरी,
ॐ नमः शिवाय,
जपते जपते प्राणी के,
जन्म मरण मिट जाये,
ॐ जय महाकाल राजा।।
शीश में चन्द्र विराजे,
और जटा में है गंगा,
करते नंदी सवारी,
गले में भुजंगा,
ॐ जय महाकाल राजा।।
आरती बाबा महाकाल की,
जो कोई गावे,
कहत सत्य श्री मुख से,
सुख संपति पावे,
ॐ जय महाकाल राजा।।
जय महाकाल राजा,
भोले जय गौरी नाथा,
तीर्थ अवन्ती विराजे,
भक्तों की रखे लाजा,
ॐ जय महाकाल राजा।।
लेखक – डॉ. सतीश गोथरवाल ‘सत्य’
8959791036
गायक – दक्ष गोथरवाल।