जय प्रेम खाकी धारी,
जय जय पुलिस रखवाली,
जय जय वर्दी री शान,
जय जय वर्दी का मान।।
मालपुरा रो मान बढ़ायो,
थे दम जी घर जन्म्या,
माता मींरो थन धायो,
थे सियाग कुळ री शान।।
प्रेम सिंह नाम दिरायो,
21 मार्च पंचानवे जनमिया,
कमला मीना बहिन कहिजे,
थारे भाई केसाराम।।
चतरूदेवी संग ब्याह रचायो,
था ने घणा कोडा परणाया,
पुत्र विजय चौधरी पाया,
थारे खुशियां अपरंपार।।
पुलिस रंगरूट बने,
थे विजयनगर ट्रेनिंग पाया,
खुशियां उमंग है छाया,
थे गढ़ चित्तौड़ की शान।।
20 जुलाई 20 को छायो,
ओ काल अंधारो आयो,
प्रेम सिंह तो स्वर्ग सिधाया,
सारा मालाणी दुखी हुआ है।।
मित्र मंडली गीत लिखायो,
सारण जोगाराम गीत बणायो,
रमेश सारण गीत सुणायो,
वर्दीधारी रो मान बढ़ायो।।
जय प्रेम खाकी धारी,
जय जय पुलिस रखवाली,
जय जय वर्दी री शान,
जय जय वर्दी का मान।।
स्व. श्री प्रेमसिंह सियाग।
गायक / प्रेषक – लोक गायक रमेश सारण।
बाङमेर, M. 9571547445