जी लूंगा मैं संसार की बिना,
कैसे जीऊंगा तेरे प्यार के बिना,
जी लूंगा मैं संसार की बिना।।
तर्ज – पलकों का घर तैयार सांवरे।
होश संभाला जबसे मैंने,
तेरा नाम पुकारूँ,
रोज़ सुबह उठकर पहले,
तेरी तस्वीर निहारूं,
कैसे रहूं तेरे दीदार के बिना,
जी लूँगा मैं संसार की बिना,
कैसे जीऊंगा तेरे प्यार के बिना,
जी लूँगा मैं संसार की बिना।।
भोला हूँ पर इतना भी,
नादान नहीं हूँ कन्हैया,
मुझे पता है बिन माझी के,
कौन चलाता नैया,
नैया चले ना पतवार के बिना,
जी लूँगा मैं संसार की बिना,
कैसे जीऊंगा तेरे प्यार के बिना,
जी लूँगा मैं संसार की बिना।।
गिरने से पहले मेरे,
हाथों को तुमने थामा,
इज़्ज़त की नज़रों से ‘सोनू’,
देखे मुझको ज़माना,
ये होता ना तेरे उपकार के बिना,
जी लूँगा मैं संसार की बिना,
कैसे जीऊंगा तेरे प्यार के बिना,
जी लूँगा मैं संसार की बिना।।
जी लूंगा मैं संसार की बिना,
कैसे जीऊंगा तेरे प्यार के बिना,
जी लूंगा मैं संसार की बिना।।
Singer – Sonu Singla