जीवन बन जाएगा,
जीवन बन जायेगा,
मोरछड़ी का झाड़ा,
जब तुम्हे श्याम लगाएगा,
जीवन बन जायेगा,
जीवन बन जायेगा।।
तर्ज – मैं ना भूलूंगा।
ये अपने भगतो के,
दुख मिटाता है,
ये हारे हुए को श्याम,
गले लगाता है,
जिसकी बीच भवर हो नैया,
पार लगाएगा,
मोरछड़ी का झाड़ा,
जब तुम्हे श्याम लगाएगा,
जीवन बन जायेगा,
जीवन बन जायेगा।।
ये अपने भगतो के,
भाग्य जगाता है,
ये मोरछड़ी से श्याम,
प्रेम बढाता है,
इस झाड़े से प्रेम का रोग ये,
तुझे लगाएगा,
मोरछड़ी का झाड़ा,
जब तुम्हे श्याम लगाएगा,
जीवन बन जायेगा,
जीवन बन जायेगा।।
इसकी शक्ति को,
हमने जाना है,
इसके झाड़े को,
भगतो ने माना है,
‘नेहा’ श्याम प्रेमी है जो,
मौज उड़ाएगा,
मोरछड़ी का झाड़ा,
जब तुम्हे श्याम लगाएगा,
जीवन बन जायेगा,
जीवन बन जायेगा।।
जीवन बन जाएगा,
जीवन बन जायेगा,
मोरछड़ी का झाड़ा,
जब तुम्हे श्याम लगाएगा,
जीवन बन जायेगा,
जीवन बन जायेगा।।
गायक – सन्नी शर्मा कैथल।
मोबाइल – 9996501616
लेखिका – नेहा शर्मा।