जीवन तेरा श्याम हवाले,
मन तू क्यों घबराये,
काहे तू धीर गँवाए।।
तर्ज – मेरे नैना सावन भादौ।
श्याम तुम्हारा है,
तेरा सहारा है,
जीवन पथ पर,
खाए ना ठोकर,
साथ है श्याम जो तेरे,
कर दे दूर अँधेरे,
श्याम ही नैया,
श्याम ही खिवैया,
श्याम ही पार लगाए,
मन तू क्यों घबराये।
जीवन तेरा श्याम हवालें,
मन तू क्यों घबराये,
काहे तू धीर गँवाए।।
श्याम सुमिर ले तू,
चिंतन कर ले तू,
जग से छोड़ो,
श्याम से जोड़ो,
आशा और अभिलाषा,
श्याम दरश की प्यासा,
जो तेरा विश्वास है पक्का,
श्याम दरश मिल जाए,
मन तू क्यों घबराये।
जीवन तेरा श्याम हवालें,
मन तू क्यों घबराये,
काहे तू धीर गँवाए।।
पीछा छोड़ नहीं,
रस्ता तू मोड़ नहीं,
हो चाहे देरी,
एक दिन तेरी,
चाहत रंग लाएगी,
श्याम से मिलवाएगी,
दिल से दिल का,
तार मिले तब,
श्याम मिलन को आए,
मन तू क्यों घबराये।
जीवन तेरा श्याम हवालें,
मन तू क्यों घबराये,
काहे तू धीर गँवाए।।
प्रभु से प्रीत तेरी,
हरदम जीत तेरी,
प्रभु अनुरागी,
है बड़ भागी,
जो है श्याम भरोसे,
श्याम ही उनको पोसे,
‘बिन्नू’ आजा श्याम शरण में,
तुझको श्याम निभाए,
मन तू क्यों घबराये।
जीवन तेरा श्याम हवालें,
मन तू क्यों घबराये,
काहे तू धीर गँवाए।।
जीवन तेरा श्याम हवाले,
मन तू क्यों घबराये,
काहे तू धीर गँवाए।।