जिंदगी की हर ख़ुशी मिल गई,
फिर भी मेरा दिल उदास रहता है,
दुनिया की इस भीड़ में तुम बिन प्रभु,
तन्हा तन्हा तेरा दास रहता है,
ज़िन्दगी की हर ख़ुशी मिल गई,
फिर भी मेरा दिल उदास रहता है।।
तर्ज – आँख है भरी भरी।
नज़ारे खूब देखे है,
नज़र फिर भी तरसती है,
वो सूरत देख ना पाऊं,
जो सूरत दिल में बसती है,
तन मेरा कहीं रहे सांवरे,
मन तो मेरा तेरे पास रहता है,
दुनिया की इस भीड़ में तुम बिन प्रभु,
तन्हा तन्हा तेरा दास रहता है,
ज़िन्दगी की हर ख़ुशी मिल गई,
फिर भी मेरा दिल उदास रहता है।।
करो सौदा मोहब्बत का,
तेरा उपकार हो जाए,
मेरी सारी ख़ुशी ले लो,
तेरा दीदार हो जाए,
तेरे दर्शन के बिना इस दिल में क्यों,
इक अधूरा सा एहसास रहता है,
दुनिया की इस भीड़ में तुम बिन प्रभु,
तन्हा तन्हा तेरा दास रहता है,
ज़िन्दगी की हर ख़ुशी मिल गई,
फिर भी मेरा दिल उदास रहता है।।
मैं तुमसे और क्या मांगू,
मुझे लौटा दो बस वो दिन,
ये सब सुख है बेमतलब का,
मेरे बाबा तुम्हारे बिन,
दूर है पर तू मुझे भूला नहीं,
‘सोनू’ को बस ये विश्वास रहता है,
दुनिया की इस भीड़ में तुम बिन प्रभु,
तन्हा तन्हा तेरा दास रहता है,
ज़िन्दगी की हर ख़ुशी मिल गई,
फिर भी मेरा दिल उदास रहता है।।
जिंदगी की हर ख़ुशी मिल गई,
फिर भी मेरा दिल उदास रहता है,
दुनिया की इस भीड़ में तुम बिन प्रभु,
तन्हा तन्हा तेरा दास रहता है,
ज़िन्दगी की हर ख़ुशी मिल गई,
फिर भी मेरा दिल उदास रहता है।।
Singer – Deep Agrawal (Kota)