जिसे श्याम तेरी चाहत होगी,
फिर ना किसी की चाहत होगी,
बार बार दिल पे आहट होगी,
फिर ना किसी की चाहत होगी।।
तर्ज – हमें और जीने की।
राहों पे तेरी कांटे बिछे है,
कोई कोई प्रेमी के ये तो चुभे है,
उनके लबों पे ना शिकायत होगी,
फिर ना किसी की चाहत होगी।।
माया मिलेगी तो श्याम ना मिलेगा,
देकर के माया दर से दूर ये करेगा,
उसे ना किसी की चाहत होगी,
जिसे श्याम तेरीं चाहत होगी।।
ना जाने कितने भेष ये बनाता,
ऐसे दीवानों के पीछे चला आता,
‘श्याम’ को श्याम से ही राहत होगी,
Bhajan Diary Lyrics,
बार बार दिल पे आहट होगी।।
जिसे श्याम तेरी चाहत होगी,
फिर ना किसी की चाहत होगी,
बार बार दिल पे आहट होगी,
फिर ना किसी की चाहत होगी।।
Singer – Anil Lata Ji