जिसने पुज लिए माँ बाप,
उनके कमी नहीं कयांए की।।
मात पिता की करल्यो हे सेवा,
मिलः परम सुख आनंद मेवा,
बढ़ज्या रूतबा अपने आप,
उनके कमी नहीं कयांए की।
जिसने पुज लिए मां बाप,
उनके कमी नहीं कयांए की।।
हर के बराबर इनका दर्जा,
जो नर इन तं धोखा करज्या,
जिंदगी बणज्या असल श्राप,
उनके कमी नहीं कयांए की।
जिसने पुज लिए मां बाप,
उनके कमी नहीं कयांए की।।
मात पिता का प्यार अनुठा,
मरते दम तक हो ना झुठा,
इनकी सरल आत्मा साफ,
उनके कमी नहीं कयांए की।
जिसने पुज लिए मां बाप,
उनके कमी नहीं कयांए की।।
रहिए दास गुरु चरणन का,
रामधन बणज्या चांद गगन का,
कागसरीए न्यारी हो छाप,
उनके कमी नहीं कयांए की।
जिसने पुज लिए मां बाप,
उनके कमी नहीं कयांए की।।
जिसने पुज लिए माँ बाप,
उनके कमी नहीं कयांए की।।
गायक – नरेंद्र कौशिक जी।
प्रेषक – राकेश कुमार खरक जाटान(रोहतक)
9992976579