जो भी आये तेरे द्वार,
होता उसका बेडा पार,
सारे जग से निराला तेरा धाम है,
बोलो जय श्री श्याम,
बोलो जय श्री श्याम।।
तर्ज – अब है नींद किसे।
ले ली है ध्वजा रींगस से तेरी,
और चल दिये नंगे पांव,
तेरे ही भरोसे और तेरी ही दया से हमें,
हर पग मिल जाये छांव
सच्चे मन से तेरा,
करते गुणगान है,
बोलो जय श्री श्याम,
बोलो जय श्री श्याम।।
हाथ में निशान मुझे रुकना नही है,
चलूँ बोलता मैं तेरी जयकार,
मैं हूँ श्याम प्रेमी मैं हूँ रंग रंगीला,
बाबा करना मेरा इंतजार,
कुछ ही दूरी पे दिखता,
तोरण द्वार है,
बोलो जय श्री श्याम,
बोलो जय श्री श्याम।।
मुझको भी सबको भी खूब भरोसा,
एक दिन देगा मुझे तार,
तुझपे करे कोई दिल से भरोसा,
कभी मिल ना सके उसे हार,
सारी दुनिया का तू ही,
निगेहबान है,
बोलो जय श्री श्याम,
बोलो जय श्री श्याम।।
जो भी आये तेरे द्वार,
होता उसका बेडा पार,
सारे जग से निराला तेरा धाम है,
बोलो जय श्री श्याम,
बोलो जय श्री श्याम।।
Singer – Mukesh Kumar Meena