जो देना हो तो मईया,
उपहार ये देना,
तेरी ममता पर थोड़ा,
अधिकार दे देना,
जो देना हों तों मईया,
उपहार ये देना।।
वैसे तो पहले ही,
काफी है ये तोहफा,
तू है मेरी मैया है,
मैं हूँ तेरा बेटा,
बेटा का जिस पर हक़ है,
वो प्यार दे देना,
जो देना हों तों मईया,
उपहार ये देना।।
दौलत से जीने के,
साधन तो मिल जाए,
पर माँ की ममता को,
लेने कहाँ जाए,
मुझको है बस ममता की,
दरकार दे देना,
जो देना हों तों मईया,
उपहार ये देना।।
अमृत में ममता का,
जो अंश ना होता,
तो विष और अमृत में,
कोई फर्क ना होता,
‘सोनू’ को उस अमृत की,
एक धार दे देना,
तेरी ममता पर थोड़ा,
अधिकार दे देना,
जो देना हों तों मईया,
उपहार ये देना।।
जो देना हो तो मईया,
उपहार ये देना,
तेरी ममता पर थोड़ा,
अधिकार दे देना,
जो देना हों तों मईया,
उपहार ये देना।।
स्वर – सौरभ मधुकर।