जोगण गाजे हो,
ऊपर माला का मंगरा में,
माऊजी जोगण गाजे हों।।
भगता की माँ जेला काटे,
बेड्या व हथकड़ीया काटे,
हाका धाका चड जा घाटे,
छतर छाजे ओ,
ऊपर माला का मंगरा में,
माऊजी जोगण गाजे हों।।
दोई नोरता लागे मेलो,
जीण में राव रंक वे भेलो,
जातर्या ऊ बेहतो गेलो,
जमगट जागे ओ,
ऊपर माला का मंगरा में,
माऊजी जोगण गाजे हों।।
खरल खरल खादरीयो खलके,
गव मुख कुंड माय जल खलके,
महामाया मंदर में मुलके,
थला पे राजे ओ,
ऊपर माला का मंगरा में,
माऊजी जोगण गाजे हों।।
मेरी माता सुध ले आकर,
तु है माँ सिधा कि ठाकर,
कहें भेरव चरणा रो चाकर,
पले आज्यो ओ,
ऊपर माला का मंगरा में,
माऊजी जोगण गाजे हों।।
जोगण गाजे हो,
ऊपर माला का मंगरा में,
माऊजी जोगण गाजे हों।।
गायक – देव शर्मा आमा।
8290376657