जुलणी ग्यारस को मेलो,
आमा माई भारी जी,
कोई भगत गणा ये आवे जी मेला में,
तेजाजी का दर्शन पावे जी आमा में।।
धुम धाम सु आवे जंड्या,
बडला निचे जावे जी,
निज मंदिर है गणो पुराणों,
भवरा बेठी भारी जी,
कोई खेला तेजा गावे जी मेला में,
तेजाजी का दर्शन पावे जी आमा में।।
धुम धाम सु जंडया चडती,
तेजाजी जी भारी जी,
आस पास का खैला भाई,
थारी महीमा गावें जी,
कोई ले अंतर तेजो आवे जी खेला में,
तेजाजी का दर्शन पावे जी आमा में।।
राम रेवडी निकले प्यारी,
ठाकुर जी की भारी जी,
रंग गुलाल उडावे भगता,
ठाकुर जी मन भावे जी,
कोई भगत गणा ये नाचे जी मेला में,
तेजाजी का दर्शन पावे जी आमा में।।
देव शर्मा लिख लिख गायो,
गणो भरोसो भारी जी,
भगता का थे कारज सारो,
ठाकुर महीमा न्यारी जी,
कोई भगत गणा ये आवे जी मेला में,
तेजाजी का दर्शन पावे जी आमा में।।
जुलणी ग्यारस को मेलो,
आमा माई भारी जी,
कोई भगत गणा ये आवे जी मेला में,
तेजाजी का दर्शन पावे जी आमा में।।
गायक – देव शर्मा आमा।
8290376657