कई अरमान लेकर मैं,
तुम्हारे पास आता हूँ,
मगर सूरत तेरी देखूं,
मगर सूरत तेरी देखूं,
की सब कुछ भूल जाता हूँ।bd।
बया क्या मैं करूं तुमसे,
ये आंखें पढ़ ही लेते हो,
मेरे जजबातों को हाथों से,
तुम तो घड़ ही देते हो,
दया के तुम तो सागर हो,
दया के तुम तो सागर हो,
ये मैं क्यों भूल जाता हूँ।bd।
समय था एक वो भी बाबा,
की टूटे बिखरे थे सपने,
की बेरंग था मेरा जीवन,
की इसमें रंग भरे तूने,
करिश्मा याद आता है,
करिश्मा याद आता है,
चरण में झुक मैं जाता हूँ।bd।
निभाई लाज अब तक श्याम,
की इसको आगे भी रखना,
तेरी किरपा यूं ही रखना,
चरण से दूर ना करना,
बसे ‘निर्मल’ के दिल में तू,
बसे ‘निर्मल’ के दिल में तू,
की तेरे गुण में गाता हूँ।bd।
कई अरमान लेकर मैं,
तुम्हारे पास आता हूँ,
मगर सूरत तेरी देखूं,
मगर सूरत तेरी देखूं,
की सब कुछ भूल जाता हूँ।bd।
Singer – Amol Shubham Parashar
Lyrics – Shri Nirmal Ji Jhunjhunwala