कैसा करिश्मा तूने ये,
हनुमान कर दिया,
राम ने कलयुग,
तुम्हारे नाम कर दिया।।
श्लोक – लाल देह लाली लसे,
अरू धरि लाल लँगूर,
बज्र देह दानव दलन,
जय जय जय कपि सूर।
कैसा करिश्मा तूने ये,
हनुमान कर दिया,
राम ने कलयुग,
तुम्हारे नाम कर दिया।।
सागर को लांघना तेरा,
लंका को जलाना,
संजीवनी लाना तेरा,
लक्ष्मण को बचाना,
रावण का चूर चूर,
रावण का चूर चूर,
अभिमान कर दिया,
राम ने कलयुग,
तुम्हारे नाम कर दिया।।
कैसा करिश्मा तुने ये,
हनुमान कर दिया,
राम ने कलयुग,
तुम्हारे नाम कर दिया।।
रघुवर पे तेरी भक्ति ने,
ऐसा असर किया,
खुद तो हुए अमर ना,
तुझको अमर किया,
तेरे हवाले सारा ये,
तेरे हवाले सारा ये,
संसार कर दिया,
राम ने कलयुग,
तुम्हारे नाम कर दिया।।
कैसा करिश्मा तुने ये,
हनुमान कर दिया,
राम ने कलयुग,
तुम्हारे नाम कर दिया।।
‘सोनू’ जो सच्चे दिल से,
करता भक्ति राम की
माँगे बिना वो पाता है,
दौलत जहाँन की,
हनुमान ने इस बात को,
हनुमान ने इस बात को,
प्रमाण कर दिया,
राम ने कलयुग,
तुम्हारे नाम कर दिया।।
कैसा करिश्मा तुने ये,
हनुमान कर दिया,
राम ने कलयुग,
तुम्हारे नाम कर दिया।।
कैसा करिश्मा तूने ये,
हनुमान कर दिया,
राम ने कलयुग,
तुम्हारे नाम कर दिया।।