कैसे मिले दर्शन,
कुछ तो बता जा,
यही रहूं रहूं यहीं,
कहीं ना मैं जाऊं,
यही रहूं रहूं यहीं,
कहीं ना मैं जाऊं,
श्री राधे श्री राधे,
श्री राधे श्री राधे।।
दिन बीते वृंदावन में,
लागे मोहन प्यारे,
दिन बीते वृंदावन में,
लागे मोहन प्यारे,
अंखियों में बस गई,
श्याम की सुरतिया,
हल्की सी झलक,
कभी तू दिखला जा,
यही रहूं रहूं यहीं,
कहीं ना मैं जाऊं,
श्री राधे श्री राधे,
श्री राधे श्री राधे।।
बरसाने में मिली,
राधा रानी,
बरसाने में मिली,
राधा रानी,
नैनों में बस गई,
राधा प्यारी,
फिर भी ना मिले हमें,
मोहन मुरारी,
यही रहूं रहूं यहीं,
कहीं ना मैं जाऊं,
श्री राधे श्री राधे,
श्री राधे श्री राधे।।
कैसे मिले दर्शन,
कुछ तो बता जा,
यही रहूं रहूं यहीं,
कहीं ना मैं जाऊं,
यही रहूं रहूं यहीं,
कहीं ना मैं जाऊं,
श्री राधे श्री राधे,
श्री राधे श्री राधे।।
गायक – संजय नाथ।