कइया मुलक रया,
म्हारा श्याम बाबा,
खाटू माय बिराज्या,
खाटू माय विराज्या,
श्याम खाटू माय बिराज्या।।
तर्ज – धमाल।
खाटू तो थारो धाम बड़ो है,
मन भगता रे भावे है,
थारे उमड़ रह्या नर नार,
बाबा खाटू माय बिराज्या।।
दुनिया भर सूं लोग है आवे,
जो मांगे सो पावे है,
ओ थे तो भगता रा सिरदार,
बाबा खाटू माय बिराज्या।।
मन भावन है रूप तिहारो,
घणो सज्यो दरबार है प्यारो,
ओ बाबा सारा संकट तार,
बाबा खाटू माय बिराज्या।।
खीर चूरमा को भोग लगत है,
केसरिया निशान चढ़त है,
ओ हो रही फुलन की बौछार,
बाबा खाटू माय बिराज्या।।
चंद्रमौली तेरो भगत बड़ो है,
योगेश्वर दरबार खड्यो है,
ओ थारो खूब हुयो सिनगार,
बाबा खाटू माय बिराज्या।।
आरटी म्यूजिक गीत है ल्यायो,
पचरंगिया परिवार सुनायो,
ओ कर दे किरपा की बौछार,
बाबा खाटू माय बिराज्या।।
कइया मुलक रया,
म्हारा श्याम बाबा,
खाटू माय बिराज्या,
खाटू माय विराज्या,
श्याम खाटू माय बिराज्या।।
लेखक / गायक – चन्द्रमौलि पचरंगिया ‘चन्द्र’
9460955577