कम लागे से तेरी बड़ाई,
नगरी के सरताज हो,
दादा खेड़ा महाराज हो।।
तर्ज – हलवे हलवे चाल कदे।
अजब निराली माया तेरी,
तू करदे दूर अंधेरा हो,
दीन दुखी का साथी बण के,
दादा करदे नया सवेरा हो,
सारी नगरी दिलो जान त,
कर तेरे प नाज हो,
दादा खेड़ा महाराज हो।।
मनोकामना होज्या पूर्ण,
जो दिल त आश लगाव हो,
उसकी ज़िंदगी बदल देवे जो,
मन त जोत जगाव हो,
भीड़ पड़ी मैं सब भगतो की,
तुहे राखे लाज हो,
दादा खेड़ा महाराज हो।।
डाहौला गाम की नगरी प दादा,
रखिए छतर छाया हो,
सारा गाम यो जाणे स दादा,
तेरी अदभुत माया हो,
गुणगान करे तेरा अजय कुमार,
लेके साज बाज हो,
दादा खेड़ा महाराज हो।।
कम लागे से तेरी बड़ाई,
नगरी के सरताज हो,
दादा खेड़ा महाराज हो।।
गायक – अजय कुमार पांचाल।
(9499186847)