कमल फूल अवतार,
लियो है भारी,
गढ़ गोठा केरो नाम,
सुणो नर नारी।।
थारा बीच मंदरिया में,
नीर भरो है भारी नारायण,
थारा चरण धुलावा,
सुणो देव अवतारी।।
थारा बीच मंदरिया में,
गाया खड़ी है भारी नारायण,
थाने दूध चढ़ावा,
सुणो देव अवतारी।।
थारा बीच मंदरिया में,
नीम खड़ी है भारी नारायण,
थाने पाती उतारा,
सुणो देव अवतारी।।
थारा बीच मंदरिया में,
अरज करू मैं भारी नारायण,
म्हारी लाज बचाओ,
सुणो देव अवतारी।।
कमल फूल अवतार,
लियो है भारी,
गढ़ गोठा केरो नाम,
सुणो नर नारी।।
गायक – शुभम सेन।
हम आपके भजन बहुत अच्छे लगे