कन्हैया ओ कन्हैया कन्हैया,
नहीं मेरा कोई भाई,
तू ही बन जा मेरा भैया,
कन्हैया,
कन्हैया ओ कन्हैया कन्हैया।।
बचपन से ही तुझे मानती,
आई आपने भैया,
जबसे माँ ने मुझे कहा,
तेरा भाई कृष्ण कन्हैया,
गाय चरैया बंसी बजैया,
जो है रास रचैया,
कन्हैया,
कन्हैया ओ कन्हैया कन्हैया।।
बाट जोहती रही है तेरी,
जाने कितनी रातों,
आ राखी बंधवाने भैया,
इस बहना के हाथों,
भूखी प्यासी बैठी भैया,
लेने तेरी बलइयां,
कन्हैया,
कन्हैया ओ कन्हैया कन्हैया।।
कब से स्वप्न संजोया भैया,
एक दिन तू आएगा,
बंधवाकर मुझसे राखी,
माखन मिश्री खायेगा,
मैं भी अपनी राखी देखूं,
भैया की क़लईया,
कन्हैया,
कन्हैया ओ कन्हैया कन्हैया।।
कलयुग में ना भाई कोई,
कान्हा तेरे जैसा,
लाज निभा सकता राखी की,
तू ही है एक ऐसा,
तू ही पार लगाने वाला,
मेरी जीवन नैया,
कन्हैया,
कन्हैया ओ कन्हैया कन्हैया।।
कन्हैया ओ कन्हैया कन्हैया,
नहीं मेरा कोई भाई,
तू ही बन जा मेरा भैया,
कन्हैया,
कन्हैया ओ कन्हैया कन्हैया।।
Singer & Writer – Amit Kalra Meetu