लाड लड़ाऊं तुझे मनाऊं,
करूँ तेरी मनुहार,
कन्हैया मेरी गोदी आजा,
ओ लल्ला मेरी गोदी आजा,
कन्हैंया मेरी गोदी आजा,
कानुड़ा मेरी गोदी आजा।।
देख देख तुझको कान्हा,
मन मेरा हरषे,
गोद खिलाने को ये,
मन मेरा तरसे,
मैं बन जाऊं घोड़ा लाला,
तू बन जा असवार,
कन्हैंया मेरी गोदी आजा,
ओ लल्ला मेरी गोदी आजा।।
मोर मुकुट सिर पे,
आजा सजा दूँ,
छोटी सी बंसी तेरे,
हाथों में थमा दूँ,
बड़े चाव से तुझे पिहनाऊँ,
गल बैजंती हार,
कन्हैंया मेरी गोदी आजा,
ओ लल्ला मेरी गोदी आजा।।
आजा रे कान्हा तुझको,
माखन खिलाऊँ,
काजल का टीका तेरे,
माथे लगाऊं,
‘हर्ष’ कहे तेरी आज कन्हैया,
लेउँ नजर उतार,
कन्हैंया मेरी गोदी आजा,
ओ लल्ला मेरी गोदी आजा।।
लाड लड़ाऊं तुझे मनाऊं,
करूँ तेरी मनुहार,
कन्हैया मेरी गोदी आजा,
ओ लल्ला मेरी गोदी आजा,
कन्हैंया मेरी गोदी आजा,
कानुड़ा मेरी गोदी आजा।।
गायक – सौरभ मधुकर जी।