कन्हैया तेरी मेहरबानी रहे,
जब तलक ये मेरी जिंदगानी रहे,
जिंदगानी रहे,
कन्हैया ओ कन्हैया,
कन्हैया ओ कन्हैया।।
तर्ज – गंगा मैया में जब तक ये पानी।
हम गरीबों का तू है सहारा,
वर्ना साथी है कौन हमारा,
बदले सारा जहान,
ये जमीं आसमा,
प्रीत अपनी तो वो ही पुरानी रहे,
पुरानी रहे,
कन्हैया ओ कन्हैया,
कन्हैया ओ कन्हैया।।
हर करम तेरी खातिर किए है,
हर कदम मेरा तेरे लिए है,
मैं रहूँ ना रहूँ,
तुमसे इतना कहूँ,
सबके होंठों पे अपनी कहानी रहे,
कहानी रहे,
कन्हैया ओ कन्हैया,
कन्हैया ओ कन्हैया।।
भूल से ही हमें याद कर लो,
हमसे बनवारी कुछ बात करलो,
और कुछ ना करो,
इतना तो करो,
पास मेरे तुम्हारी निशानी रहे,
निशानी रहे,
कन्हैया ओ कन्हैया,
कन्हैया ओ कन्हैया।।
कन्हैया तेरी मेहरबानी रहे,
जब तलक ये मेरी जिंदगानी रहे,
जिंदगानी रहे,
कन्हैया ओ कन्हैया,
कन्हैया ओ कन्हैया।।
स्वर – मुकेश बागड़ा जी।