कानुड़ा की याद आ गयी,
कन्हैया की याद आ गयी,
याद में विचरने दो,
ले लूँ थोड़ा मजा,
ले लूँ थोड़ा मजा।।
मन बगिया का उड़ता पंछी,
डाल डाल डोले,
फुदक फुदक कर,
चहक चहक कर,
बोल मधुर बोले,
उड़ते हुए पंछी को,
मीठे बोर चुनने दो,
ले लूँ थोड़ा मजा,
ले लूँ थोड़ा मजा।।
पिंजरे माहि बंद पखेरू,
बार बार हाले,
लाख फुदकना चाहे,
उसका जोर नाही चाले,
माया ने शिकंजा कसा,
थोड़ा तो निकलने दो,
ले लूँ थोड़ा मजा,
ले लूँ थोड़ा मजा।।
बहुत कठिन है ऐ मेरे भगवन,
यूँ जीवन जीना,
शीतल मीठी धार छोड़कर,
कड़वा जला पीना,
‘नंदू’ दया कर मोहन,
चरणों में ही रहने दो,
Bhajan Diary Lyrics,
ले लूँ थोड़ा मजा,
ले लूँ थोड़ा मजा।।
कानुड़ा की याद आ गयी,
कन्हैया की याद आ गयी,
याद में विचरने दो,
ले लूँ थोड़ा मजा,
ले लूँ थोड़ा मजा।।
स्वर – नंद किशोर शर्मा ‘नन्दूजी’