करम इतना बिहारी जी का,
मुझ पर एक बार हो जाये,
जिधर देखु जहाँ देखु,
तेरा दीदार हो जाये,
करम इतना बिहारीं जी का,
मुझ पर एक बार हो जाये,
जिधर देखु जहाँ देखु,
तेरा दीदार हो जाये।।
तर्ज – अगर दिलबर की रुसवाई।
मुझे दुनिया से क्या मतलब,
मुझे तुम पर भरोसा है,
मुझे तुझ पर भरोसा है,
तेरी जिस पर कृपा होवे,
तेरी जिस पर कृपा होवे,
तो बेडा पार हो जाये,
करम इतना बिहारीं जी का,
मुझ पर एक बार हो जाये,
जिधर देखु जहाँ देखु,
तेरा दीदार हो जाये।।
धूल भी आपके दर की,
शहंशाओ से बढ़कर है,
अगर यही गुलामी है,
अगर यही गुलामी है,
तो ये हर बार हो जाये,
करम इतना बिहारीं जी का,
मुझ पर एक बार हो जाये,
जिधर देखु जहाँ देखु,
तेरा दीदार हो जाये।।
ना कोई इनके जैसा है,
मेरा बांके तो ऐसा है,
जो बांके रंग में रंगे,
जो बांके रंग में रंगे,
तो जय जयकार हो जाये,
करम इतना बिहारीं जी का,
मुझ पर एक बार हो जाये,
जिधर देखु जहाँ देखु,
तेरा दीदार हो जाये।।
करम इतना बिहारी जी का,
मुझ पर एक बार हो जाये,
जिधर देखु जहाँ देखु,
तेरा दीदार हो जाये,
करम इतना बिहारीं जी का,
मुझ पर एक बार हो जाये,
जिधर देखु जहाँ देखु,
तेरा दीदार हो जाये।।
Singer : Kunj Bihari Das Ji