करले सेवा मात पिता की,
फेर पाछे पछतावेगा,
धन माया म धंसा फिरे तु,
कोए ना देखन आवेगा।।
जन्म दिया जिस माता न,
तु उसके आगे बोले स,
कड़वे कड़वे बोल बोलके,
भितरले न छोले स,
सब अजमा क देख लिए तू,
इसा प्यार तने ना पावेगा,
धन माया म धंसा फिरे तु,
कोए ना देखन आवेगा।।
पिता तेरे न भुखा रह क,
पेट तेरा रे भरया स यो,
पाल पोस क बडया करया,
ना कोए दोष करया था यो,
अपने पैरा प खडया करया तू,
ना इसा साथी पावे गा,
धन माया म धंसा फिरे तु,
कोए ना देखन आवेगा।।
आया बुढ़ापा तु धोरा धरगया,
अपने आप म बणया फिरे,
सब कयाहे न चाल देख क,
ऊपर का देखया तले गिरे,
घरीसती सबसे बड़ा कर्म से,
इसने कोण निभावैगा,
धन माया म धंसा फिरे तु,
कोए ना देखन आवेगा।।
सभी जगह पैसा ना चलता,
तोल कर्म का होया करे,
जिस मां बाप कि आत्मा रोवे,
कभी ना न्ईया पार तरै,
सही बखत प समझ जा बंदे,
ना मुडके फेर कोए आवेगा,
धन माया म धंसा फिरे तु,
कोए ना देखन आवेगा।।
दीपक गालव भजन बणा के,
एक बात समझारया स,
जब तक जीवे मात पिता ना,
कोए तीर्थ बुलारया स,
लक्की शर्मा आज सुणावे,
ना मुडके टैम फेर थयावेगा,
धन माया म धंसा फिरे तु,
कोए ना देखन आवेगा।।
करले सेवा मात पिता की,
फेर पाछे पछतावेगा,
धन माया म धंसा फिरे तु,
कोए ना देखन आवेगा।।
Singer – Lucky Sharma
Writer – Deepak Galav
9053460307