करले तु दीदार शेरा वाली का,
सेवक है संसार पहाडो वाली का।।
डगर डगर माँ के जयकारे,
पग पग मे ज्योति के नजारे,
क़दम क़दम दरबार शेरा वाली का,
सेवक है संसार पहाडो वाली का।।
देख चढाइ रुक नही जाना,
जय माता दी कहते जाना,
रस्ता है दुश्वार शेरा वाली का,
सेवक है संसार लाटा वाली का।।
माँ चरणों के मत्वालो से,
पूरण माँ अपने लालों से,
माँ जेसा है प्यार शेरा वाली का,
सेवक बन जा यार पहाडो वाली का।।
लाखो सोये भाग जगाये,
अपने खजाने माँ ने लुटायें,
पर कम ना हुआ भंडार शेरा वाली का,
सेवक है संसार पहाडो वाली का।।
भक्तो के दुख हर लेती माँ,
सबकी झोली भर देती माँ,
फलक है सेवादार शेरा वाली का,
सेवक है संसार पहाडो वाली का।।
करले तु दीदार शेरा वाली का,
सेवक है संसार पहाडो वाली का।।