कर्मो री रेखा टाली ना टले,
दोहा – आया है सो जावसी,
ओर राजा रंग फकीर,
कोई सिंहासन चढ चला,
कोई बांध चला जंजीर।
कर्मो री रेखा टाली ना टले,
टाली ना टले ए लिखीयोडी ना टले,
अरे टाली न टले लिखीयोडी न टले,
ए कर्मो री रेखा टाली सावरा टाली न टले,
ए किस्मत री रेखा टाली सावरा टाली न टले।।
ए शेष पुत्र रेता सागर में,
नित उठ निवन करे,
ए शेष पुत्र रेता सागर में,
नित उठ निवन करे,
रामजी नित उठ निवन करे,
अरे फरी मनु री अलख धणी री,
फरी मनु री अलख धणी री,
ए धरती नीची आयने मरे रे,
ए कर्मो री रेखा टाली सावरा टाली न टले,
किस्मत री रेखा टाली सावरा टाली न टले,
ए टाली न टले लिखीयोडी न टले,
ए कर्मो री रेखा टाली सावरा टाली न टले।।
ए सीता रो हरण पिता रो मरण,
वन वन राम फिरे,
ए सीता रो हरण पिता रो मरण,
वन वन राम फिरे,
अरे फोरो दिन रावण रो आयो,
फोरो दिन रावण रो आयो,
ए पानी माते पत्थर तिरे रे,
ए कर्मो री रेखा टाली सावरा टाली न टले,
किस्मत री रेखा टाली सावरा टाली न टले,
ए टाली न टले लिखीयोडी न टले,
ए कर्मो री रेखा टाली सावरा टाली न टले।।
ए मात पिता री कावड लेने,
श्रवण तिर्थ करे,
अरे मात पिता री कावड लेने,
श्रवण तिर्थ करे,
अरे मामा दसरथ बाण होदीयो,
मामा दसरथ बाण होदीयो,
ए जल बीच आयेने मरे,
ए कर्मो री रेखा टाली सावरा टाली न टले,
किस्मत री रेखा टाली सावरा टाली न टले,
ए टाली न टले लिखीयोडी न टले,
ए कर्मो री रेखा टाली सावरा टाली न टले।।
अरे आगे पीछे हस्ती झूले,
जाय सिर पर चतर फिरे,
अरे आगे पीछे हस्ती झूले,
जाय सिर पर चतर फिरे,
अरे वको पडीयो राजा हरिश्चन्द्र मे,
वको पडीयो राजा हरिश्चन्द्र मे,
अरे घर घर नीर भरे,
ए कर्मो री रेखा टाली सावरा टाली न टले,
किस्मत री रेखा टाली सावरा टाली न टले,
ए टाली न टले लिखीयोडी न टले,
ए कर्मो री रेखा टाली सावरा टाली न टले।।
अरे सूरज रसोडो तापता,
चन्द्रमा साज जरे,
अरे सूरज रसोडो तापता,
चन्द्रमा साज जरे,
ए सती सीता कारणे,
सती सीता कारणे,
रावण मौत मरे,
ए कर्मो री रेखा टाली सावरा टाली न टले,
किस्मत री रेखा टाली सावरा टाली न टले,
ए टाली न टले लिखीयोडी न टले,
ए कर्मो री रेखा टाली सावरा टाली न टले।।
अरे गरब निवारण रामजी,
भई किन से गरब करे,
अरे गरब करे रामजी,
भई किन से गरब करे,
जीवडा यु क्यु गरब करे,
अरे रघुवर री विनती रे,
रघुवर री विनती रे,
भवतज भगवान मिले,
ए कर्मो री रेखा टाली सावरा टाली न टले,
किस्मत री रेखा टाली सावरा टाली न टले,
ए टाली न टले लिखीयोडी न टले,
ए कर्मो री रेखा टाली सावरा टाली न टले।।
गायक – संत कन्हैयालाल जी।
प्रेषक – मनीष सीरवी
9640557818