करो रे मन चलने की तैयारी,
दोहा – जाते नहीं है कोई,
दुनिया से दूर चल के,
आ मिलते हैं सब यहीं पर,
कपड़े बदल बदल के।
करो रे मन चलने की तैयारी,
चलने की तैयारी।।
आए हो तो जाना होगा,
आए हो तो जाना होगा,
शास्त्र नियम निभाना होगा,
शास्त्र नियम निभाना होगा,
सूरज नित प्रद करता रहता,
ढलने की तैयारी,
करों रे मन चलने की तैयारी।।
कितनों के अरमान अधूरे,
कितनों के अरमान अधूरे,
जाने कौन करेगा पूरे,
जाने कौन करेगा पूरे,
काल बली संकल्प कर चुका,
छलने की तैयारी,
करों रे मन चलने की तैयारी।।
हमसे कोई तंग ना होगा,
हमसे कोई तंग ना होगा,
महफिल होगी रंग ना होगा,
महफिल होगी रंग ना होगा,
गंगा के तट धू-धू कर,
जलने की तैयारी,
करों रे मन चलने की तैयारी।।
करों रे मन चलने की तैयारी,
चलने की तैयारी।।
गायक – श्री राधेश्याम जी नागर।
प्रेषक – सुरेश धाकड़ बालाखेड़ा।
9753145644
ये भी देखें – संदेसा आ गया यम का।