कारोबार मेरो सांवरो चलावे,
मेरी बैलेंस शीट खुद ही बणावे,
इमे कईया घाटों आवे जी,
आवे जी,
कारोबार मेरो सांवरो चलावे,
मेरी बैलेंस शीट खुद ही बणावे।।
तर्ज – तेरे होंठो के दो फूल प्यारे।
मैं तो कीर्तन में रम जाऊँ,
मेरी गद्दी पे बाबो विराजे,
म्हणे चिंता फिकर है क्या की,
खाटु वालो है जद म्हारे सागे,
लेणे देणे को हिसाब,
राखे हाथा में ही आप,
मेरी रोकड़ियो सेठ मिलावे जी,
मिलावे जी।
कारोबार मेरो साँवरो चलावे,
मेरी बैलेंस शीट खुद ही बणावे,
इमे कईया घाटों आवे जी,
आवे जी,
कारोबार मेरो साँवरो चलावे,
मेरी बैलेंस शीट खुद ही बणावे।।
मेरे धंदे में लागत कोणी,
ना रुपियो ना आना कोणी,
मैं बैठ्यो मौज उड़ाउँ,
करूँ श्याम नाम की कमाई,
मेरो साथी लखदातार,
सदा भरया रहे भंडार,
मेरी विपदा में आड़ो आवे जी,
आवे जी।
कारोबार मेरो साँवरो चलावे,
मेरी बैलेंस शीट खुद ही बणावे,
इमे कईया घाटों आवे जी,
आवे जी,
कारोबार मेरो साँवरो चलावे,
मेरी बैलेंस शीट खुद ही बणावे।।
अन्न धन लक्ष्मी को दाता,
मेरो बाबो है यो खाटु वालो,
मैं ‘हर्ष’ भला के सोचूं,
मेरी बगिया को है यो रखवालो,
मेरे बाबा की के बात,
राखे सिर पर मेरे हाथ,
मेरो पग पग पे साथ निभावे जी,
निभावे जी।
कारोबार मेरो साँवरो चलावे,
मेरी बैलेंस शीट खुद ही बणावे,
इमे कईया घाटों आवे जी,
आवे जी,
कारोबार मेरो सांवरो चलावे,
मेरी बैलेंस शीट खुद ही बणावे।।