करता रहूं गुणगान सांवरे,
तू देना मुझे ये वरदान सांवरे,
करता रहूं गुणगान साँवरे।।
तर्ज – तेरा किसने किया श्रृंगार।
ना सुर ना आवाज है बाबा,
केवल भाव है मेरे,
श्रद्धा सुमन किए हैं अर्पण,
तुम आधार हो मेरे,
कृपा तेरी मैं चाहूं दिन रात सांवरे,
करता रहूं गुणगान साँवरे।।
लिखता रहूं भजन मैं तेरे,
इतना ज्ञान दो मुझको,
समझो हो सब मन की बाता,
क्या बतलाना तुमको,
दिल में रहना हमारे दिलदार सांवरे,
करता रहूं गुणगान साँवरे।।
अरमां अभी लिए है दिल में,
देख लो मेरे बाबा,
तेरे नाम से जुड़ जाए,
एक मेरा नाम भी बाबा,
तेरे नाम से जाने ये जहान सांवरे,
करता रहूं गुणगान साँवरे।।
श्याम अर्चना संजू तेरा,
निशदिन ध्यान लगावे,
जन्मों जन्म रहे ये रिश्ता,
चरणन अरज लगावे,
मेरे सपने करोगे साकार सांवरे,
करता रहूं गुणगान साँवरे।।
करता रहूं गुणगान सांवरे,
तू देना मुझे ये वरदान सांवरे,
करता रहूं गुणगान साँवरे।।
गायक – संजीव शर्मा।
8929155449