करुणा भरी नजर से,
निहारो लाडली,
अपना तो कहके मुझको,
पुकारो लाडली।।
बृज की निकुंज जैसा,
मेरा हृदय सजा दो ना,
उस कुंज में निरंतर,
विहारो लाडली,
करुँणा भरी नजर से,
निहारो लाडली,
अपना तो कहके मुझको,
पुकारो लाडली।।
कोई नहीं हमारा,
तेरा नाम धाम प्यारा,
श्यामा को तेरे नाम का,
सहारा लाडली,
करुँणा भरी नजर से,
निहारो लाडली,
अपना तो कहके मुझको,
पुकारो लाडली।।
करुणा भरी नजर से,
निहारो लाडली,
अपना तो कहके मुझको,
पुकारो लाडली।।
स्वर – श्यामा किशोरी।
8708391296