करुणानिधि कृपा करके,
अवतार लीजिये,
भक्तों पे अपने इतना सा,
उपकार कीजिये।।
तर्ज – मिलती है जिंदगी में।
माथे पे फिर वही मुकुट,
घुघराले बाल हों,
फिर से वो मोर पंखी सिर पे,
धार लीजिये,
करुणानिधि कृपा करकें,
अवतार लीजिये।।
रंग श्याम हो तुम्हारा,
गुलाबी से गाल हों,
आंखों में तिरछा काजल,
फिर से डार लीजिये,
करुणानिधि कृपा करकें,
अवतार लीजिये।।
पिताम्बरों का फिर वही,
तन पे लिबास हो,
होठों पे वो ही प्यारी,
मुरली धार लीजिये,
करुणानिधि कृपा करकें,
अवतार लीजिये।।
‘राजेन्द्र’ की श्रीकृष्ण से,
बस एक विनती है,
भक्तों को देके दर्शन प्रभु,
उद्धार दीजिये,
करुणानिधि कृपा करकें,
अवतार लीजिये।।
करुणानिधि कृपा करके,
अवतार लीजिये,
भक्तों पे अपने इतना सा,
उपकार कीजिये।।
गीतकार / गायक – राजेंद्र प्रसाद सोनी।
मो. 8939262340