कौन श्याम खोजे तू,
ऐ बावरिया।
दोहा – त्रेता के श्री रामचन्द्र जी,
द्वापर में घनश्याम,
नारायण अवतारी दोनो,
दोनो के रंग श्याम।
किस अवतारी श्याम को खोजे,
बोल री प्यारी अंखिया,
राम श्याम है श्याम राम है,
एक रूप दो अखियां।
कौन श्याम खोजे तू,
ऐ बावरिया,
ऐ बावरिया ऐ बावरिया,
कौंन श्याम खोजें तू,
ऐ बावरिया।।
एक श्याम दसरथ के ललना,
एक बने कृष्ण कन्हैया,
कौंन श्याम खोजें तू,
ऐ बावरिया।।
एक श्याम धनु भंजे जनकपुर,
एक बने नाग नथिया,
कौंन श्याम खोजें तू,
ऐ बावरिया।।
एक श्याम लंका पति तारे,
एक बने कंस मड़ैया,
कौंन श्याम खोजें तू,
ऐ बावरिया।।
एक श्याम बन में मृग मारे,
एक बने रास रचैया,
कौंन श्याम खोजें तू,
ऐ बावरिया।।
कवि दिनेश कहे श्याम सुंदर,
दो नैनन विच वसैया,
कौंन श्याम खोजें तू,
ऐ बावरिया।।
कौंन श्याम खोजें तू,
ऐ बावरिया,
ऐ बावरिया ऐ बावरिया,
कौंन श्याम खोजें तू,
ऐ बावरिया।।
Singer – Rupesh Choudhary
7004825279