खम्मा घणी ओ रामाधणी,
खम्मा घणी खम्मा घणी,
ओ रामाधणी,
विनती सुनो अरजी सुनो,
ओ रूनीचा के बाबा,
अर्जी सुन लेना,
अर्जी सुन लेना,
मुझे दर्शन देना,
खम्मा घणी खम्मा घणी,
ओ रामाधणी।।
तर्ज – परदेसी परदेसी।
धोरा माही धाम,
आपरो भारी है,
अजमल जी रा लाल,
विष्णु अवतारी है,
थारी कीरत जाने,
दुनिया सारी है,
थारी छाया,
भक्तों री रखवाली है,
ओ रूनीचा के बाबा,
अर्जी सुन लेना,
अर्जी सुन लेना,
मुझे दर्शन देना,
खम्मा घणी खम्मा घणी,
ओ रामाधणी।।
धोली धोली ध्वजा,
धणी रे फरूखे है,
लीले री असवारी,
भालो भलके है,
सांझ सवेरे,
आरतियां भी होवे है,
भगत थारी जयकार,
घणी लगावे है,
ओ रूनीचा के बाबा,
अर्जी सुन लेना,
अर्जी सुन लेना,
मुझे दर्शन देना,
खम्मा घणी खम्मा घणी,
ओ रामाधणी।।
खाली हाथा थारे,
द्वारे आवे है,
झोलियां भर भर कर,
सब जन ले जावे है,
साचे मन सु जो कोई,
थाने ध्यावे है,
रूनीचा रो नाथ,
पार लगावे है,
ओ रूनीचा के बाबा,
अर्जी सुन लेना,
अर्जी सुन लेना,
मुझे दर्शन देना,
खम्मा घणी खम्मा घणी,
ओ रामाधणी।।
भादरवा री बीज,
मेलो लागे है,
कोई पैदल कोई,
गाडी लावे है,
मन्दिर आकर,
दर्शन थारा पावे है,
जगमग जागे ज्योत,
मन हर्षावे है,
ओ रूनीचा के बाबा,
अर्जी सुन लेना,
अर्जी सुन लेना,
मुझे दर्शन देना,
खम्मा घणी खम्मा घणी,
ओ रामाधणी।।
कलयुग माई परचा,
आपरा भारी है,
महीमा वर्णी न जावे,
लीला न्यारी है,
नाव पड़ी मझधार,
बाबा म्हारी है,
तारो या न तारो,
मर्जी थारी है,
मनीष सीरवी,
आपरी शरना आवे है,
दिनेश माली गाय,
आपने रिझावें है,
ओ रूनीचा के बाबा,
अर्जी सुन लेना,
अर्जी सुन लेना,
मुझे दर्शन देना,
खम्मा घणी खम्मा घणी,
ओ रामाधणी।।
गायक – दिनेश जी माली नागौर।
लेखक / प्रेषक – मनीष सीरवी।
रायपुर जिला ब्यावर राजस्थान।
9640557818