खरनाल रा तेजाजी,
थारो मंदिर घणो प्यारो रे,
खरनाल्या रा तेजाजी,
थारे लीले री असवारी रे।।
माता थारी राम कवंरी,
पिता ताहङदेव रे,
जाट कळ में जामों पायो,
धन धन धोलिया जाट रे,
खरनाल्या रा तेजाजी,
थारो मंदिर घणो प्यारो रे,
खरनाल्या रा तेजाजी,
थारे लीले री असवारी रे।।
राजल बाई रा बीर कईजो,
पेमल रा भरतार रे,
जाटकुळ रा देवा थाने,
ध्यावे दुनिया सारी रे,
खरनाल्या रा तेजाजी,
थारो मंदिर घणो प्यारो रे,
खरनाल्या रा तेजाजी,
थारे लीले री असवारी रे।।
लाछा गुजरी री गाया लाया,
लङिया रण रे माई रे,
काले नाग रो वचन निभायो,
धिन धिन धोलिया जाट रे,
खरनाल्या रा तेजाजी,
थारो मंदिर घणो प्यारो रे,
खरनाल्या रा तेजाजी,
थारे लीले री असवारी रे।।
गणेश लौमरोङ भजन बणावे,
रमेश सारण गावे रे,
तेजाजी रे चरणो मांई,
झूक झूक शिश निवांवे रे,
खरनाल्या रा तेजाजी,
थारो मंदिर घणो प्यारो रे,
खरनाल्या रा तेजाजी,
थारे लीले री असवारी रे।।
खरनाल रा तेजाजी,
थारो मंदिर घणो प्यारो रे,
खरनाल्या रा तेजाजी,
थारे लीले री असवारी रे।।
गायक – रमेश सारण बाङमेर
9571547445
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