खाटू धाम के नए रूप को,
बारम्बार प्रणाम है,
आ गया भगतों के बीच में,
खाटू वाला श्याम है,
मेरा बाबा श्याम है।।
तर्ज – थाळी भर कर ल्याई खीचड़ो।
इतनी सरल व्यवस्था करदी,
पल में दर्शन होते है,
चौबीस घण्टे द्वार खुला है,
श्यामधणी नही सोते है,
तोरणद्वार से दिखने लगा है,
मंदिर पे जो निशान है,
आ गया भगतों के बीच में,
खाटू वाला श्याम है,
मेरा बाबा श्याम है।।
वो ही गलियां वो ही गुम्बज,
वो ही खाटू धाम है,
वो ही कुण्ड और वो ही बगीची,
वो ही बाबा श्याम है,
वो ही माटी वो ही खुशबू,
ड्योडी पर हनुमान है,
आ गया भगतों के बीच में,
खाटू वाला श्याम है,
मेरा बाबा श्याम है।।
धन्यवाद श्री श्याम कमिटी,
आपकी मेहनत रंग लाई,
धन्यवाद श्री श्याम प्रभु को,
किरपा हम पे बरसाई,
‘अम्बरीष’ बोले रखना सफाई,
सबका अब ये काम है,
आ गया भगतों के बीच में,
खाटू वाला श्याम है,
मेरा बाबा श्याम है।।
खाटू धाम के नए रूप को,
बारम्बार प्रणाम है,
आ गया भगतों के बीच में,
खाटू वाला श्याम है,
मेरा बाबा श्याम है।।
Singer – Sudarshan Kumar
Lyrics – Ambrish Kumar Mumbai
9327754497