खाटू धाम को जाना है,
श्याम का दर्शन पाना है,
हाथों में निशान है,
मुख पे श्याम का नाम है,
खाटू धाम को जाना हैं,
श्याम का दर्शन पाना है।।
तर्ज – धीरे धीरे बोल कोई सुन।
तेरी धुन में चल निकले हैं श्याम,
चलते-चलते सुबह से हो गई शाम,
तुमसे मिले तो सुख मिले- 2,
दर्शन मिले तो दिल खिले-2,
मन में श्याम का ध्यान है,
और लक्ष्य खाटूधाम है,
खाटू धाम को जाना हैं,
श्याम का दर्शन पाना है।।
सब पर चढ़ा है बाबा का सुरूर,
खाटू नगरी अब कुछ ही है दूर,
सब झूमते सब नाचते-2,
सब घूमर मिलकर डालते-2,
खींचे यह डोरी श्याम है,
लहराते श्याम निशान है,
खाटू धाम को जाना हैं,
श्याम का दर्शन पाना है।।
एक झलक की सबको आस लगी,
श्याम मिलन की सब में लगन लगी,
पड़ी एक नजर जाए संवर-2,
‘राखी’ कहे ऐसा असर-2
नैनो में श्याम ही श्याम है,
‘टोनी’ आ गया खाटु धाम है,
खाटू धाम को जाना हैं,
श्याम का दर्शन पाना है।।
खाटू धाम को जाना है,
श्याम का दर्शन पाना है,
हाथों में निशान है,
मुख पे श्याम का नाम है,
खाटू धाम को जाना हैं,
श्याम का दर्शन पाना है।।
गायक – सुखजीत सिंह टोनी।
लेखक / प्रेषक – राखी अग्रवाल।